Priyanka Verma

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लेखनी प्रतियोगिता - गहरे अंधकार में

गहरे अंधकार में 

सब कुछ बिखेर कर,
वो लगे हैं समेटने की कोशिश में,
बुझा कर अपने घर का दिया,
वो लगे हैं, रोशनी की तलाश में,
जब मौका था, 
तब अपने अहंकार में डूबे रहे,
अब हाथ से निकल गया अवसर,
तो बैठे हैं चमत्कार की आस में,
क्या कभी ऐसे लोगों को,
होगा अपनी गलती का अहसास,
या बीत जाएगा उनका जीवन,
डूबे हुए इस गहरे अंधकार में।।

प्रियंका वर्मा
12/12/23

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5 Comments

बेहतरीन और संदेश देती हुई रचना

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kashish

12-Dec-2023 04:23 PM

Nice

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Rupesh Kumar

12-Dec-2023 04:14 PM

Nice one

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